Google को मिलीं बड़ी राहत! अब नहीं बिकेगा Chrome और Android, कोर्ट ने DOJ की मांग की खारिज
Taji news – Google को एक बहुत बड़ी जीत मिली है। अमेरिक की कोर्ट ने DOJ की मांग को खारिज करते हुए यह साफ कर दिया कि गूगल कंपनी को अपने Chrome ब्राउज़र या Android सिस्टम से हाथ नहीं धोना पड़ेगा।
Google AI Browser केस में कोर्ट का बड़ा फैसला
अमेरिकी कोर्ट में Google के खिलाफ चल रहे एंटीट्रस्ट केस में एक बड़ा फैसला सुनाया है। इस फैसले के बाद अब Google को अपना Chrome ब्राउज़र और Android ऑपरेटिंग सिस्टम बेचने की जरूरत एकदम नहीं पड़ेगी। यह Alphabet कंपनी के लिए एक बड़ी राहत मानी जा रही है।
DOJ की मांग खारिज
अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DOJ) ने सितंबर 2023 में Google के उपर एक केस किया था और गूगल कंपनी से Chrome ब्राउज़र को अलग करने की मांग रखी थी। लेकिन जज अमित मेहता ने अभी DOJ की सख्त सिफारिशें खारिज कर दीं।
Google और Apple दोनों को फायदा
फैसला आने के बाद Alphabet के शेयर 7% और Apple के शेयर 3% बढ़ गए। इसके वजह साफ है की Google अब भी Apple को अरबों डॉलर पैसे देकर iPhones पर डिफॉल्ट सर्च इंजन बना रह सकता है।
AI से बदलता गेम
कोर्ट ने भी माना कि अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मार्केट को तेजी से बदल रहा है। ChatGPT और अन्य AI टूल्स ने सर्च इंजन के दबदबे को चुनौती दे दी है। जज मेहता ने साफ कहा कि अब AI कंपनियां भी Google के लिए असली खतरा बन चुकी हैं।
डेटा शेयरिंग का आदेश
Google को तोड़ने के बजाय कोर्ट ने आदेश दिया है कि गूगल कंपनी अपने कुछ सर्च डेटा को प्रतिद्वंदियों, जिनमें AI कंपनियां भी शामिल हैं, के साथ साझा भी करे। इसका मकसद साफ़ है की प्रतियोगिता को बढ़ाना और साथ में नई टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देना।
Android से मिलेगी Google AI को ताकत
Google अब भी अपने Gemini AI मॉडल को Android यूज़र्स तक आसानी से पहुंचा पाएगा। दुनिया के लगभग 70% स्मार्टफोन्स Android पर चलते हैं, जो Google AI के लिए बड़ा फायदा है।
FAQs
Q1. क्या Google को Chrome ब्राउज़र बेचना पड़ेगा ?
नहीं, अब अमेरिकी कोर्ट ने DOJ की इस मांग को खारिज कर दिया है।
Q2. क्या Android भी Google के पास रहेगा?
जी हां, कोर्ट ने साफ कहा कि Android ऑपरेटिंग सिस्टम Google के पास ही रहेगा।
Q3. Google अब भी Apple को पेमेंट करेगा?
हां, Google अरबों डॉलर देकर iPhones पर डिफॉल्ट सर्च इंजन बना रहेगा।
Q4. AI का इसमें क्या रोल है?
कोर्ट ने माना कि ChatGPT जैसी AI कंपनियां Google के सर्च बिजनेस के लिए असली चुनौती बन चुकी हैं।
Q5. Google को अब क्या करना होगा?
Google को कुछ सर्च डेटा अपने प्रतिस्पर्धियों के साथ साझा करना होगा, ताकि मार्केट में प्रतियोगिता बनी रहे।