Ganesh Chaturthi 27 अगस्त को गणपति बप्पा की होगी धूम, जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और विसर्जन तिथि
Ganesh chaturthi 2025 का पर्व 27 अगस्त को पूरे भारत में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। जानें पूजा की विधि, 16 चरणों की आरती, शुभ मुहूर्त, 27 august holiday, स्कूल की छुट्टी और विसर्जन की पूरी जानकारी। पढ़ें पूरी खबर Taji news पर।
गणेश चतुर्थी 2025: 27 अगस्त को मनाया जाएगा गणपति बप्पा का आगमन
गणेश चतुर्थी 2025 (Vinayaka Chaturthi 2025) का पर्व इस साल बुधवार के दिन , 27 अगस्त को बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। इसे गणेश स्थापना से लेकर गणेश विसर्जन तक 10 से 12 दिनों तक बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन भी स्कूल की छुट्टी (27 august holiday, स्कूल की छुट्टी) कई राज्यों में की जाती है।
गणेश चतुर्थी पूजा मुहूर्त 2025
- चतुर्थी तिथि: 26 अगस्त दोपहर 1:54 बजे से शुरू हो जाएगी और
- समाप्ति: 27 अगस्त दोपहर 3:44 बजे तक माना जा रहा हैं
- मध्याह्न गणेश पूजन मुहूर्त: सुबह 11:05 से दोपहर 1:40 बजे तक
ड्रिक पंचांग के अनुसार, मध्यान्ह काल में ही पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है।
गणेश चतुर्थी पूजा विधि और 16 चरण
गणपति बप्पा की पूजा षोडशोपचार विधि से की जाती है। इसमें 16 चरण शामिल होते हैं—
1. आवाहन (भगवान को आमंत्रित करना)
2. आसन (आसन अर्पित करना)
3. पाद्य (पैर धोने के लिए जल अर्पण)
4. अर्घ्य (हाथ धोने के लिए जल)
5. आचमन (पान हेतु जल)
6. स्नान (गंगाजल, दूध या पंचामृत से स्नान)
7. वस्त्र (नए वस्त्र अर्पित करना)
8. यज्ञोपवीत (जनेऊ चढ़ाना)
9. गंध (चंदन लगाना)
10. पुष्प (फूल चढ़ाना)
11. धूप (अगरबत्ती अर्पित करना)
12. दीप (दीपक जलाना)
13. नैवेद्य (मिठाई व मोदक अर्पित करना)
14. ताम्बूल (पान अर्पित करना)
15. प्रदक्षिणा (परिक्रमा करना)
16. नमस्कार (प्रणाम करना)
गणेश चतुर्थी पर विशेष रूप से मोदक का भोग लगाया जाता है क्योंकि यह भगवान गणेश का बहुत ही प्रिय माना जाता है।
गणेश विसर्जन 2025
इस साल 2025 में गणेश विसर्जन 6 सितंबर 2025 को होगा। इस दिन भक्त धूमधाम से गणपति जी की प्रतिमा को विसर्जित करते हैं। ढोल-नगाड़ों के साथ और "गणपति बप्पा मोरया" के जयकारों के बीच यह विदाई बेहद भावुक एवं हर्ष का पल होता है।
गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश जी को ही विघ्नहर्ता और प्रथम पूज्य माना जाता है। मान्यता है कि वे बुद्धि, समृद्धि और नई शुरुआत के देवता भी हैं।
इतिहास के अनुसार, छत्रपति शिवाजी महाराज जी ने मराठा साम्राज्य में इस पर्व को लोकप्रिय बनाया। बाद में लोकमान्य तिलक जी ने इस पर्व को सार्वजनिक उत्सव का रूप दिया, जिससे और भी सामाजिक एकता और भाईचारा मजबूत हुआ।
घर पर गणेश चतुर्थी कैसे मनाएं
घर पर गणेश चतुर्थी मनाना बेहद सरल और पवित्र होता है। भक्त साफ-सफाई करके, फूलों से सजावट करते हैं और गणपति जी की प्रतिमा स्थापित करते हैं। परिवार के सभी लोग मिलकर पूजा करते हैं, मोदक बनाते हैं और पूरे मन से गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं (Ganesh Chaturthi Wishes) साझा करते हैं।
👉 गणेश चतुर्थी 2025 सिर्फ धार्मिक पर्व नहीं है, धार्मिकता के साथ साथ भक्ति, एकता और आनंद का उत्सव है। इस बार 27 अगस्त को पूरे देश में गणपति बप्पा का स्वागत बड़े जोश और आस्था के साथ मनाया जाएगा ।
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