बड़ा धमाका! NDA ने C.P. राधाकृष्णन को बनाया उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, जेडीयू ने भी दिया समर्थन
जानें कैसे c p radhakrishnan governor, vice president of india के उम्मीदवार बने। NDA ने उन्हें नामित किया और Nitish Kumar ने भी समर्थन का ऐलान कर दिया। पढ़ें Taji news पर पूरी खबर।
जेडीयू का NDA उम्मीदवार C.P. राधाकृष्णन को समर्थन
जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने सोमवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार C.P. राधाकृष्णन को समर्थन देने का ऐलान किया।
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X (पूर्व ट्विटर) पर नीतीश कुमार ने लिखा –
“श्री c p radhakrishnan governor, जो NDA की ओर से vice president of india के उम्मीदवार घोषित किए गए हैं, उनके नाम का स्वागत है। जेडीयू उनका समर्थन करेगी। शुभकामनाएँ।”
यह ऐलान ठीक एक दिन बाद आया, जब भाजपा ने उन्हें NDA का उम्मीदवार घोषित किया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद कहा कि,
“हम चाहते हैं कि अगला vice president सर्वसम्मति से चुना जाए और इसके लिए विपक्ष से भी बातचीत की जा रही है।”
तमिलनाडु से उठी "तमिल माटी के बेटे" की आवाज़
तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन और तमिल मनिला कांग्रेस (M) अध्यक्ष जी.के. वासन ने भी cp radhakrishnan bjp के नाम का समर्थन करते हुए विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक से अपील की है कि वे भी उनका साथ दें।
नागेंद्रन ने कहा –
“अगर इतिहास में यह दर्ज हो कि सभी दलों ने राजनीतिक सीमाओं से ऊपर उठकर एक तमिल नेता का समर्थन किया, तो यह स्वस्थ राजनीति की एक मिसाल होगी।”
वहीं जी.के. वासन ने कहा –
“radhakrishnan का NDA उम्मीदवार बनना तमिलनाडु और तमिल भाषा के लिए गर्व का क्षण है। वे हर पद पर लोकप्रिय रहे हैं – चाहे राज्य अध्यक्ष हों, लोकसभा सदस्य या maharashtra governor।”
जगदीप धनखड़ से अलग छवि, नई रणनीति
करीब दो साल तक Jagdeep Dhankhar के कार्यकाल के बाद, NDA ने एक ऐसा नाम चुना है जिसकी छवि बिल्कुल अलग है।
धनखड़ को विपक्ष ने हमेशा "टकराव वाली राजनीति" से जोड़कर देखा।
इसके उलट, cp radhakrishnan को संतुलित, शांत और सभी को साथ लेकर चलने वाला नेता माना जा रहा है।
वे बचपन से ही RSS और जनसंघ से जुड़े रहे हैं।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भाजपा का यह कदम दक्षिण भारत में विस्तार की बड़ी रणनीति है। जहाँ कर्नाटक को छोड़कर भाजपा अब तक मजबूत पकड़ नहीं बना पाई है।
अनुभव और विचारधारा से मजबूत पहचान
cp radhakrishnan caste OBC समुदाय से आता है, जो भाजपा की सामाजिक इंजीनियरिंग रणनीति को और मजबूत करता है।
उन्होंने DMK की आलोचनाओं पर संयमित प्रतिक्रिया दी और हाल ही में Udhayanidhi Stalin के सनातन धर्म पर दिए बयान को भी शांत अंदाज में नकारा।
महाराष्ट्र में भी वे सक्रिय रहे और विवादित सुरक्षा बिल पर विपक्ष की याचिकाएँ उन्होंने संवैधानिक अनुभव से निपटाईं।
क्यों माने जा रहे हैं बेहतर उम्मीदवार
1. संतुलित स्वभाव – संसद के सुचारू संचालन के लिए ज़रूरी।
2. कोई राजनीतिक बोझ नहीं – हर पार्टी से संवाद कर सकने वाले नेता।
3. राष्ट्रीय समावेशिता की पहचान – राजनीति को जाति-क्षेत्र तक सीमित नहीं करते।
4. cp radhakrishnan family की पृष्ठभूमि साधारण मानी जाती है, जिससे वे ज़मीन से जुड़े नेता के रूप में देखे जाते हैं।
राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद की राजनीति
president of india और new vice president of india जैसे पदों के लिए उम्मीदवार का चयन केवल राजनीति नहीं, बल्कि देश की दिशा तय करता है। इस बार NDA ने ऐसा नाम चुना है जिसे सहमति वाला चेहरा माना जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि cp radhakrishna का चयन दक्षिण भारत में भाजपा की पकड़ बढ़ाने के साथ-साथ संसद में बेहतर माहौल बनाने की दिशा में अहम कदम साबित हो सकता है।
👉 तो क्या C.P. राधाकृष्णन वाकई विपक्ष को भी अपने साथ ला पाएंगे? या फिर चुनाव एकतरफा होगा? आने वाले दिनों में तस्वीर साफ होगी।